फ्लॉप हुई हरीश रावत की राजनीति उत्तराखंड में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने थामा भाजपा का दामन
पंडित दिव्यांश शर्मा स्वतन्त्र पत्रकार हरिद्वार न्यूज़ डेस्क, 9 अप्रैल।उत्तराखंड के दिग्गज कांग्रेसी नेता पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के खासमखास रहे कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने भाजपा का दामन थाम लिया है। कांग्रेस के इन दिग्गज नेताओं ने हरीश रावत पर परिवारवाद का आरोप लगाया है।इन नेताओं का कहना है कि हरीश रावत ने अपने परिवार को बढ़ावा देने के चक्कर में उत्तराखंड में कांग्रेस की बलि चढ़ा दी है। 2022 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने हरिद्वार के स्थानीय नेताओं की उपेक्षा करके हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र से अपनी बेटी अनुपमा रावत को विधायकी का चुनाव लड़वाया और उनकी बेटी ग्रामीण हरिद्वार से विधायक बन गईं। उन्होंने इस बार लोकसभा चुनाव में अपने बेटे वीरेंद्र रावत को कांग्रेस हाई कमान पर दबाव डालकर हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र से पार्टी का टिकट दिलवा दिया। कांग्रेस के स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं की वफादारी का ख्याल भी नहीं आया। एक जमाने में हरीश रावत के राजनीतिक सलाहकार रहे पुरुषोत्तम शर्मा अपने साथियों के साथ कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए हैं। उनका कहना है कि हरीश रावत को 2009 में हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र की जनता ने राजनीतिक संजीवनी दी थी और उन्हें भारी बहुमत से जीता कर संसद में भेजा था और वे केंद्र में मंत्री बने। उसके बाद 2013 में हरीश रावत उत्तराखंड के मुख्यमंत्री बने। यह सब उन्हें हरिद्वार की जनता के आशीर्वाद के कारण ही मिला और उसके बाद मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने कांग्रेस के स्थानीय नेताओं की उपेक्षा करके परिवारवाद को बढ़ा देते हुए अपनी पत्नी रेणुका रावत को लोकसभा का चुनाव लड़वाया और उन्हें हरिद्वार की जनता ने ठुकरा दिया। उसके बाद उन्होंने खुद 2017 में हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और हार गए। कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए कांग्रेस के दिग्गज नेता रुड़की नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष दिनेश कौशिक का कहना है कि हरीश रावत ने अपने परिवार को आगे बढ़ाने के लिए सभी सीमाएं तोड़ दी। कांग्रेस नेता स्वामी ऋषिश्वरानंद महाराज ने भी कांग्रेस को छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया है।कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले दिग्गज नेताओं में उत्तराखंड कांग्रेस सेवा दल के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व राज्य मंत्री राजेश रस्तोगी, मुख्यमंत्री रहते हरीश रावत के ओएसडी रहे पुरुषोत्तम शर्मा, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष राजेंद्र चौधरी, अर्जुन ठाकुर, दीपक जखमोला, सत्यनारायण शर्मा, तोष जैन, मोनिका जैन, स्वामी ऋषिश्वरानंद, दिनेश कौशिक, एसपी सिंह इंजीनियर, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष दिनेश कौशिक, महिला कांग्रेस की प्रदेश महामंत्री रश्मि चौधरी सहित सहित सैकड़ों कांग्रेस के नेताओं ने भाजपा का दामन थाम लिया है।