हरिद्वार कुंभ 2021: गंगा स्नान करेंगी देव डोलियां, उत्तराखंड में होंगे चारों धाम के दर्शन
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हरिद्वार कुंभ 2021: गंगा स्नान करेंगी देव डोलियां, उत्तराखंड में होंगे चारों धाम के दर्शन
धर्म ध्वजा की स्थापना , चारो धामो की देवडोलिया करेंगी गंगा स्नान , उत्तराखंड संस्कृति की दिखेगी झलक
धर्म ध्वजा की स्थापना करते कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज , मोहन सिंह गॉववासी और मेला आईजी कुंभ संजय गुंज्याल । हरिद्वार- महाकुंभ के दौरान यहां आने वाले श्रद्धालु सनातन परंपरा के साथ साथ अब उत्तराखंड के चारो धामो के भी दर्शन कर सकेंगे । महाकुंभ में चारो धाम की देव डोलिया गंगा स्नान करेंगी जिसको लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई है । हरिद्वार के प्रेमनगर आश्रम में भगवान बद्रीनाथ और भगवान हनुमान की धर्मध्वजा की स्थापना की गई। देवभूमि संस्कृति विरासतीय शोभायात्रा समिति द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, उनकी पत्नी अमृता रावत और आईजी कुम्भ संजय गुंज्याल समेत बड़ी संख्या में साधु संत भी शामिल हुए। धर्मध्वजा स्थापना कार्यक्रम में उत्तराखंड की लोककला और संस्कृति की झलक भी देखने को मिली। गढ़वाली परिधान और गढ़वाली वाघ यंत्रो ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ा दी। गढवाली कलाकारों द्वारा ढोल, दमाऊँ, रणसिंघा जैसे वाघ यंत्र बजाए गए जिन्होंने उत्तराखंड की लोककला की छठा बिखेर दी। 25 अप्रैल को हरिद्वार में उत्तराखंड की देव संस्कृति और राज्य के सभी देवी देवताओं की झलक देखने को मिलेगी। उसी दिन सभी देव डोलियाँ हरिद्वार में गँगा स्नान भी करेंगी। सतपाल महाराज ने कहा कि पिछले साल कोरोना के कारण जो लोग चार धाम के दर्शन नहीं कर सके उन लोगों को हरिद्वार में चार धामों से आई देव डोलियों के दर्शन हरिद्वार में होंगे।
“धर्म ध्वजा की स्थापना कर दी गई है 25 अप्रैल को चारों धाम की देव डोलियाँ गंगा में स्नान करेंगी और सभी को उत्तराखंड की देव संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी , जो लोग कोरोना काल की वजह से चारधाम यात्रा के दर्शन नही कर पाए उन लोगो को हरिद्वार में चार धाम की देवडोलिया के दर्शन होंगे “
सतपाल महाराज , कैबिनेट मंत्री उत्तराखंड । इस अवसर पर रीता चमोली, विमला ढोंडियाल, रजनी वर्मा, रेनू शर्मा, मन्नू रावत,सुनीता राणा पवार उपस्थित थे

“इस कार्यक्रम का उद्देश्य विश्व मे सबसे महान देव संस्कृति का प्रचार प्रसार , विश्व मे शांति और हमारा देश विश्वशक्ति बने साथ ही उत्तराखंड में तीर्थाटन के माध्यम आय के स्रोत में वृद्धि करना है”
मोहन सिंह गांववासी, संरक्षक, देवभूमि संस्कृति विरासत के शोभायात्रा समिति








