नरेश शर्मा के महामंडलेश्वर बनने की चर्चाएं गरम, अभी तक नहीं मिली आधिकारिक पुष्टि
पंडित दिव्यांश शर्मा स्वतन्त्र पत्रकार हरिद्वार, 22 दिसंबर। पूर्व भाजपा नेता नरेश शर्मा के महामंडलेश्वर बनने की खबर पूरे हरिद्वार में चर्चा का विषय बनी हुई है। इस संबंध में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद व मां मनसा देवी ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री रवींद्र पुरी महाराज ने हरिद्वार लोकमत न्यूज़ पोर्टल से बात करते हुए कहा कि संत समाज ने हमेशा जन मानस के कल्याण और उत्थान के लिए कार्य किया है। श्री रवींद्र पुरी महाराज ने कहा कि सनातन पद्धति के प्रचार प्रसार में सदैव संत समाज की मुख्य भूमिका रही है। अगर कोई भी व्यक्ति संत समाज की अध्यात्म शैली से प्रभावित होकर संत समाज का भाग बनना चाहता है, तो उसको अवश्य अवसर प्रदान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सर्वप्रथम संन्यास की ज्ञान दीक्षा दी जाती है। सन्यासी व्यक्ति अगर पूर्व में ग्रस्त जीवन व्यतीत कर रहा है या कर चुका है, तो उसको ज्ञान दीक्षा लेने से पूर्व अपना ग्रस्त जीवन त्यागना पड़ेगा और उसके उपरांत एक सन्यासी की तरह जीवन व्यतीत करना पड़ेगा।श्री रवींद्र पुरी महाराज ने कहा कि हमारे अखाड़े की परंपरा होती है कि जब हम किसी को महामंडलेश्वर बनाते हैं, तो सर्वप्रथम यह देखा जाता है कि उसका आश्रम किस स्थान पर स्थित है, संतो के बीच उसकी कैसी छवि है और इसके अलावा तमाम मापदंड होते हैं। यदि नरेश शर्मा इन सभी मापदंडों पर खरे उतरते हैं, तो उनको संत समाज का भाग बनाया जा सकता है।










