पिता ने रची बाइक में चरस रखकर बेटी के प्रेमी को फंसाने की साजिश
1 min readपंडित दिव्यांश शर्मा स्वतन्त्र पत्रकार हरिद्वार, 10 जनवरी। बाइक में चरस रखकर बेटी के प्रेमी को फंसाने की साजिश का खुलासा करते हुए पुलिस ने आरोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया है। 7 जनवरी को चेकिंग के दौरान थाना श्यामपुर पुलिस ने बीएससी के छात्र अजय पुत्र टीकाराम निवासी ग्राम मीठीबेरी लालढांग थाना श्यामपुर को चरस समेत गिरफ्तार किया था। अजय की बाइक से 171 ग्राम चरस बरामद हुई थी। पुलिस ने उसे गिरफ्तार करने के बाद एनडीपीएस के मामले में न्यायालय के समक्ष पेश कर जेल भेज दिया था। पूछताछ में युवक ने खुद को बेगुनाह बताते हुए बताया कि उसे साजिश के तहत फंसाया गया है। पुलिस के अलग-अलग एंगल से पूछताछ करने पर भी युवक अपनी बात पर अड़िग रहा। पुलिस नपे युवक की बातों को क्रास चेक किया और संदेह होने पर थाना पुलिस द्वारा एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल के संज्ञान में पूरा मामला लाया गया। एनडीपीएस एक्ट जैसे मामले से एक स्टूडेंट का कैरियर बर्बाद ना हो। इसलिए एसएसपी ने एसपी सिटी पंकज गैरोला, सीओ सिटी जूही मनराल व श्यामपुर थानाध्यक्ष नितेश शर्मा को गहराई से जांच करने के निर्देश दिए।थाना श्यामपुर पुलिस ने जब गहराई से छानबीन शुरू की तो पूरे मामले ने ही करवट ले ली। पुलिस छानबीन में युवक वाकई में निर्दाेष पाया गया।सीसीटीवी फुटेज से खुला साजिश का राजअजय बीएसएसी का छात्र है और घटना वाले दिन भी परीक्षा देकर कालेज से घर लौट रहा था। इसलिए पुलिस ने कुंवर प्रभा पीजी कालेज पहुंचकर वहां अलग-अलग जगह लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की तो कैमरे में कैद हुई फुटेज से सच्चाई सामने आ गयी। सीसीटीवी फुटेज में दो व्यक्ति युवक की बाइक में चोरी छिपे चरस रखते पाए गए।एक छात्र के भविष्य को बचाने व उसको न्याय दिलाने के लिए सीसीटीवी में बाइक में चरस रखते दिख रहे दो व्यक्तियों का पकड़ा जाना बेहद जरूरी था। मामले की तह तक जाने के लिए सीसीटीवी फुटेज में दिख रहे व्यक्तियों की तलाश में जुटी पुलिस टीम ने घटना के मास्टरमाइंड अनूप गुप्ता पुत्र स्वर्गीय नरेश गुप्ता निवासी लालढांग थाना श्यामपुर को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो असली वजह सामने आयी।बेटी के प्रेमी को फंसाने के लिए रची थी साजिशएनडीपीएस में जेल भेजे गए बीएससी स्टूडेंट का मुख्य आरोपी अनूप गुप्ता की बेटी से प्रेम प्रसंग चल रहा था। जो आरोपी को पसंद नहीं था। इसलिए आरोपी ने युवक को फंसाने के लिए अपने एक साथी की मदद से पूरा प्लान बनाकर युवक की मोटरसाइकिल में चोरी छुपे चरस रख दी और उसे जेल भिजवा दिया।मामले की सच्चाई सामने आने के बाद पुलिस ने अजय का नाम विवेचना से बाहर कर मुख्य आरोपी अनूप गुप्ता उर्फ छुनिया को रिमांड पर लेकर उसका नाम विवेचना में शामिल कर दिया है। साथ अजय को निर्दोष साबित करने के लिए न्यायालय से पत्राचार करने की कार्रवाई शुरू कर दी है।एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने पुलिस टीम को बधाई देते हुए कहा कि पुलिस की मेहनत से एक छात्र का भविष्य बच गया।