प्रदेश के विकास और समृद्धि हेतु अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दें-हरबीर सिंह
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हरिद्वार, 10 नवंबर एस.एम.जे.एन.पी.जी. काॅलेज में राज्य स्थापना दिवस के अवसर दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान कालेज में निर्मित शौर्य दीवार पर शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गयी। कार्यक्रम का प्रारम्भ मुख्य अतिथि अपर मेला अधिकारी हरबीर सिंह एवं काॅलेज के प्राचार्य डा.सुनील कुमार बत्रा ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया। इस अवसर पर डा.सुनील कुमार बत्रा, मुख्य छात्र कल्याण अधिष्ठाता डा.संजय माहेश्वरी, मुख्य अनुशासन अधिकारी डा.सरस्वती पाठक आदि ने शाॅल एवं बुके भेंटकर अपर मेला अधिकारी हरबीर सिंह का स्वागत किया गया। अपर कुम्भ मेलाधिकारी सरदार हरबीर सिंह ने राज्य स्थापना दिवस की बधाई देते हुए कहा कि राज्य आन्दोलनकारियों के बलिदान और साहस के बिना उत्तराखण्ड राज्य के सपने को साकार करना सम्भव नहीं था। उन्होंने कहा कि इन बीस वर्षों में उत्तराखण्ड ने बहुत तीव्र गति से विकास किया है। सरदार हरबीर सिंह ने कहा कि प्रगति के पथ पर अग्रसर, प्राकृतिक सम्पदा और नैसर्गिक सौन्दर्य से भरपूर यह प्रदेश ऐसे ही विकास की नित नई ऊंचाईयों को छूता रहे। उन्होंने युवाओं से प्रदेश के विकास में सहयोग का आह्वान करते हुए कहा कि सभी प्रदेश के समग्र विकास और समृद्धि हेतु अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दें। प्राचार्य डा.सुनील कुमार बत्रा ने कहा कि प्रदेश का निर्माण कई वर्षों के आन्दोलन के पश्चात् भारत के 27वें गणराज्य के रूप में किया गया था। उन्होंने कहा कि एक युवा की तरह उत्तराखण्ड 21वें स्थापना दिवस पर उत्साह से भरपूर, नये विचारों से ओतप्रोत तथा नई चुनौतियों का सामना करने को तैयार राज्य में तब्दील होने की तैयारी में है। उन्होंने कहा 20 वर्षों के सफर में कई मुकाम हासिल किये गए, अनेक सफलतायें प्राप्त की तथा अनेक नई राह तलाश करने का दौर जारी है। डा.बत्रा ने कहा कि शहीदों के सपनों का प्रदेश बनाने के लिए सभी राज्यवासियों को तन-मन-धन से राज्य हित में कार्य करना होगा, यही उनकी सच्ची श्रद्धाजंलि होगी। मुख्य अधिष्ठाता छात्र कल्याण डा.संजय कुमार माहेश्वरी ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड राज्य को देवभूमि के नाम से भी जाना जाता है और यहाँ के स्वादिष्ट भोजन, बुंरास का पेय देश में तीव्र गति से लोकप्रिय हो रहें हैं। उन्होंने कहा कि राज्य स्थापना का आन्दोलन ही था जिसमें राज्य ने अपनी मातृशक्ति की ताकत का अहसास किया और युवाओं के उत्साह को भी स्वीकारा। इस अवसर पर काॅलेज के छात्र-छात्राओं द्वारा विभिन्न सांस्कृति कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए। जिसमें कुणाल धवन व आदित्य कपूर द्वारा सरस्वती वन्दना व श्रीराम भजन ‘मेरे मन में राम-तन में राम’, पूर्व छात्रा वैष्णवी उपाध्याय द्वारा- लग जा गले, कु.अनन्या भटनागर ने ‘मानो तो मैं गंगा मां हूं’ तथा काॅलेज के पूर्व छात्रा मेहताब आलम ने ‘पल पल दिल के पास तुम’, ‘मेरे देश की धरती’ आदि गीतों को शहीदों को समर्पित किया। कार्यक्रम का यू-टयूब , फेसबुक, गूगल मीट जूम पर आॅनलाईन प्रसारण किया गया। कार्यक्रम में डा.जगदीश चन्द्र आर्य, विनय थपलियाल, डा.सुषमा नयाल, डा.ऋचा मिनोचा, रिंकल गोयल, डा.पदमावती तनेजा, डा.लता शर्मा, विनित सक्सेना, अंकित अग्रवाल, नेहा सिद्दकी, नेहा गुप्ता, डा.पूर्णिमा सुन्दरियाल, वेद प्रकाश चैहान, मोहन चन्द्र पाण्डेय आदि सहित काॅलेज के शिक्षक व कर्मचारी उपस्थित रहे।