भारतीय संस्कृति का दिव्य महापर्व है मकर संक्रांति- सांसद निशंक
1 min readपंडित दिव्यांश शर्मा स्वतन्त्र पत्रकार हरिद्वार, 15 जनवरी । पूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखंड पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री तथा वर्तमान सांसद डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने सभी भारत वासियों को मकर संक्रांति की शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि मकर संक्रांति का पर्व जगतपिता सूर्य की उपासना, प्रकृति की पूजा करने और उसके साथ तारतम्य स्थापित करने का अद्भुत आयोजन है। सांसद निशंक ने कहा, “मकर संक्रांति का पर्व पूरे देश के अंदर अलग-अलग नामों और रूपों में मनाया जाता है। उत्तर भारत में मकर संक्रांति खिचड़ी पर्व के रूप में भी मनाया जाता है। इस पावन अवसर पर लाखों की संख्या में भारतवासी गंगा स्नान साधना और अनुष्ठान के कार्यक्रम के साथ जुड़ते हैं। मकर संक्रांति का स्नान धर्मनगरी हरिद्वार में पूरे उत्साह व उमंग से प्रारंभ हो चुका है। हरिद्वार में लाखों की संख्या में श्रद्धालु स्नान करते हैं। भगवान बद्री केदार जी से प्रदेशवासियों के शुभ और मंगलमय जीवन की कामना करते हुए सांसद निशंक ने कहा, “इस पर्व पर सूर्यदेव का उत्तरायण होना हर प्रकार के सुख और मांगलिक कार्यक्रमों के लिए प्रशस्ति तिथि मानी गई है। आज से मांगलिक कार्य भी प्रारम्भ होंगे। इस पवित्र पर्व पर धर्मनगरी हरिद्वार मे लाखों की संख्या में श्रद्धालु आस्था व्यक्त कर रहे हैं। सनातन संस्कृति के पर्वों पर स्नान-दान का अपना विशेष महत्व है।” सांसद निशंक ने कहा, “मकर संक्रांति पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा के लिए शासन-प्रशासन ने सभी प्रकार के इंतजाम किए हैं। यहां श्रद्धालुजन की सुरक्षा और सुविधा का विशेष ध्यान रखा गया है। पूरी सतर्कता के साथ नजर रखी जा रही है।” उन्होंने कहा कि जगतपिता सूर्य संपूर्ण चराचर जगत के नियंता हैं। उनकी कृपा पूरे प्रदेशवासियों पर और हर एक श्रद्धालु पर बनी रहे। विश्वास है कि सभी लोग उत्साह और उमंग के साथ देवभूमि उत्तराखंड प्रदेश को आगे बढ़ाने में अपना योगदान देंगे। 2024 के लोकसभा चुनाव मे मोदी सरकार प्रचंड बहुमत के साथ विजय पताका लहराएगी।