मुस्लिम फंड गबन मामलाः तीन आरोपित गिरफ्तार
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पंडित दिव्यांश शर्मा स्वतन्त्र पत्रकार
हरिद्वार, 27 जनवरी।
हरिद्वार में इस्लाम के नाम पर करोड़ों की ठगी का मामला आने के बाद हरिद्वार पुलिस का सख्त एक्शन देखने को मिला। मुस्लिम फंड प्रकरण में मुख्य आरोपी सहित तीन आरोपियों को पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया है। मुस्लिम फंड के नाम पर करोड़ों की ठगी में मुख्य आरोपी अब्दुल रज्जाक पुत्र सरफू नि0 ग्राम सराय थाना ज्वालापुर हरिद्वार, सहित नसीम उर्फ मुन्ना पुत्र जिन्दे हसन नि0 ग्राम सराय थाना ज्वालापुर हरिद्वार, और मशरूर पुत्र इरसाद अली नि0 ग्राम सराय थाना ज्वालापुर हरिद्वार को गिरफ्तार किया गया है। बाकी आरोपी पुलिस की रडार पर हैं। शातिर तरीके से कर डाली करोड़ों की ठगी। मुस्लिम फंड के नाम पर करोड़ों की ठगी करने के लिए लोगों को लुभावने ऑफर दिए जाते थे। जांच में खुलासा हुआ है कि साथियों के लुभावने ऑफर में संचालक फंस गया था। मुस्लिम फंड का प्लॉट दो करोड़ के घाटे में बेचने का मामला सामने आया है। ले धन को सफेद करने की डील में 20 करोड़ का फायदा होता देख मुस्लिम फंड के खाते से डेढ़ करोड़ रुपये निकाले गए थे। काले धन को सफेद करने का भी था बड़ा ऑफर । हरिद्वार पुलिस की हिरासत में आए आरोपियों के कई काले कारनामे शामिल थे। ठगी के लिए आरोपी लोगों को आसानी से भरोसा जीत जाते थे। पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपी काले धन को सफेद करने और पुराने नोटों को बदलने के ऑफर भी लोगों को देते थे।
कई बैंक खाते भी सीज किए गए। करोड़ों की ठगी मामले में सख्त कार्रवाई करते हुए पुलिस ने मुख्य आरोपी सहित तीन लोगों को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया है। शिकायत मिलने के साथ ही मुख्य अभियुक्त एवं संदिग्ध सहयोगियों के 23 बैंक खाते फ्रीज किए गए थे। मामले की पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है। आरोपियों द्वारा चल-अचल सम्पत्ति का विवरण भी जुटाया जा रहा है। इस्लाम पर ब्याज हराम वाली मान्यता का उठाया फायदा। पुलिस सूत्रों और पुलिस के व्हाट्सएप ग्रुप पर दी गई जानकारी की मानें तो मुख्य आरोपी अब्दुल रज्जाक बहुत ही शातिर था। मुस्लिम समुदाय में ब्याज का पैसा हराम वाली मान्यता का इसने भरपूर फायदा उठाया। मान्यता के अनुसार, मुस्लिम समुदाय के लोग अपना पैसा बैंकों में जमा करवाने से कतराते हैं। इस बात का फायदा उठाते हुए मुख्य आरोपी ने अब्दुल रज्जाक ने ‘मुस्लिम फंड’ के नाम पर अपने यहां करोड़ों रुपये जमा करवाए थे। इसकी संस्था में बैंकों की तरह ही लेन-देन किया जाता था। 21.01.2023 को वादी वसीम पुत्र समीम रावत नि0 ग्राम इब्राहिमपुर थाना पथरी जिला हरिद्वार द्वारा थाना ज्वालापुर पर कबीर म्युचल बैनिफिट लि0 (मुस्लिम फंड) के संस्थापक अब्दुल रज्जाक पुत्र सरफू नि0 ग्राम सराय थाना ज्वालापुर जिला हरिद्वार के द्वारा बैंक में उसके द्वारा जमा किये गये 2.81 लाख धनराशि व हजारों अन्य लोगों की जमा राशि लेकर फरार होने का मामला दर्ज करवाया था। हजारों लोगों के बैंक खातों की प्रभावित धनराशि को देखते हुए एसएसपी अजय सिंह के द्वारा प्रकरण की गम्भीरता को देखते हुए एसपी सिटी, सीओ ज्वालापुर के पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक ज्वालापुर को अभियोग के त्वरित अनावरण के निर्देश दिये गये । थाना ज्वालापुर पर अभियोग के अनावरण हेतु 06 टीमों का गठन करते हुए प्रत्येक टीम के द्वारा अपने- अपने टास्क पर एक्शन प्लान बनाया गया था। पुलिस ने तीन अरोपियों को हरिद्वार में गिरफ्तार कर लिया है बाकि, आरोपियों की तलाश जारी है।

NEWS TITLE Haridwar police achieved great success in the Muslim fund case, 03 accused including the main accused were caught by the police, “the rest on the radar” Accused Muslim Fund founder absconded with thousands of common people’s accumulated capital of many years.Offers to convert black money into white and exchange old notes were also revealed during the investigation.The operator trapped in the attractive offer of colleagues, sold the plot of Muslim fund at a loss of two crores.Seeing the profit of 20 crores in the deal to convert black money into white, 1.5 crores were withdrawn from the account of Muslim Fund.So far 23 bank accounts of the main accused and suspected associates have been frozen, details of acquired movable and immovable property are being collected.







