हनी ट्रैप में फंसे युवक ने गढ़ी खुद के अपहरण की कहानी
1 min readपंडित दिव्यांश शर्मा स्वतन्त्र पत्रकार हरिद्वार, 3 मार्च। युवक के अपहरण और उसे छोड़ने के एवज में 10 लाख रूपए की डिमांड का खुलसा करते हुए थाना पथरी पुलिस ने युवक को बरामद कर परिजनों के सुर्पद कर दिया। हनी ट्रैप में फंसे युवक ने खुद ही परिजनों को उसके अपहरण की झूठी सूचना दी थी। थानाध्यक्ष रविंद्र कुमार ने बताया कि 1 मार्च को जट बहादरपुर निवासी इंतजार ने अपने भतीजे सहबान की गुमशुदगी दर्ज करायी थी। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर काम करते हुए पुलिस ने युवक की तलाश शुरू की। इसी बीच गुमशुदा युवक के भाई के फोन पर एक मैसेज आया। जिसमें चार युवकों द्वारा उसके भाई को छोड़ने की एवज में दस लाख रूपए की डिमांड की गयी थी। परिजनों ने इस संबंध में पुलिस को अवगत कराया तो जिस नंबर से मैसेज भेजा गया था, उसकी लोकेशन की जानकारी निकालने का प्रयास किया गया। लेकिन ज्यादातर समय मोबाइल नंबर बंद रहने के कारण सही लोकेशन नहीं मिल पा रही थी। साथ ही मोबाइल फोन के आॅन-आॅफ होने के चलते लोकेशन चेंज हो रही थी। काफी प्रयास के बाद पुलिस टीम को सफलता मिली और गाजियाबाद रेलवे स्टेशन के पास से युवक सहबान को सकुशल बरामद कर लिया। पूछताछ में सहबान पुत्र नूर हसन ने बताया कि वह हनी ट्रैप क शिकार हो गया था। लड़की को पैसे देने के लिए उसने परिजनों को अपने अपहरण की झूठी सूचना दी थी। थानाध्यक्ष ने बताया कि पूछताछ और कानूनी कार्यवाही के बाद सहबान को उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। पुलिस टीम में थानाध्यक्ष रविंद्र कुमार, अपर उप निरीक्षक नंदकिशोर, कांस्टेबल मुकेश चौहान व दीपक चौधरी शामिल रहे।