डीएवी सेन्टेनरी पब्लिक स्कूल में हुआ विविध कार्यक्रमों का आयोजन
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पंडित दिव्यांश शर्मा स्वतन्त्र पत्रकार
हरिद्वार, 9 मई।
डीएवी सेन्टेनरी पब्लिक स्कूल, जगजीतपुर, लक्सर रोड, हरिद्वार में वार्षिक परम्परा का निर्वहन करते हुए कक्षा नर्सरी के नवप्रवेशित बच्चों का विद्यारम्भ संस्कार किया गया। इस अवसर पर विद्यार्थियों के साथ-साथ उनके माता-पिता को आमन्त्रित किया गया, ताकि वे भी विद्यालय की वैदिक परम्परा से परिचित हो सकें। विद्यालय की पवित्र यज्ञशाला में विद्यालय की धर्मशिक्षिका डाॅ0 अनीता स्नातिका द्वारा हवन का आयोजन किया गया जिसमें परमपिता परमात्मा से बच्चों के सुखद एवं उज्ज्वल भविष्य की कामना की गई तथा विद्यारम्भ संस्कार किया गया। यज्ञ में उपस्थित सभी अभिभावक अपने बच्चों के साथ यज्ञ में आहुतियां डालते समय उल्लासित नजर आए। विद्यालय प्रधानाचार्य मनोज कुमार कपिल ने बच्चों को अपना आशीर्वाद दिया तथा माता-पिता से आग्रह किया कि वे बच्चों के सर्वांगीण विकास में हमारे साथ भागीदार बनें, ताकि हम समाज एवं राष्ट्र को उत्तम नागरिक दे सकें। कार्यक्रम का समापन प्रसाद वितरण के साथ हुआ। यूँ तो हर दिन माँ से ही शुरू होता है, किंतु मातृ दिवस एक विशेष अवसर होता है, जब हम अपनी माँ के प्रति सम्मान, प्रेम और कृतज्ञता प्रकट करते हैं। इस दिन को मनाने का उद्देश्य माँ के प्रति प्रेम, त्याग और जीवन में उनके योगदान को याद करना और उनके प्रति आभार व्यक्त करना होता है।विद्यालय प्रांगण में मातृ दिवस बड़े ही गरिमामय तरीके से मनाया गया। इस अवसर पर विद्यार्थियों और शिक्षकों ने मिलकर सभी माताओं के साथ-साथ भारत माँ के प्रति अपना प्रेम और सम्मान प्रकट किया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ हुई, जिसमें मुख्य अतिथि के. के. गुप्ता मुख्य शिक्षा अधिकारी, हरिद्वार, अरविंद बंसल डिप्टी सिटी कॉर्डिनेटर ऑफ सीबीएसई एवं प्राचार्य शिवडेल स्कूल विद्यालय प्रधानाचार्य एवं वरिष्ठ शिक्षकगण उपस्थित थे। इसके पश्चात अतिथियों का स्वागत पुष्प गुच्छ देकर किया गया। छात्रों द्वारा स्वागत के रूप में एक मधुर गीत प्रस्तुत किया गया, जिसने वातावरण को भावपूर्ण एवं सौम्य बना दिया। सरस्वती वंदना के भक्ति-भाव से ओत-प्रोत गीत पर शास्त्रीय शैली में अत्यंत सुंदर समूह नृत्य प्रस्तुत किया गया। विद्यालय के प्रधानाचार्य मनोज कुमार कपिल ने उपस्थित सभी अतिथियों, अभिभावकों, विद्यार्थियों और विशेष रूप से कार्यक्रम में आई माताओं का हृदय से स्वागत किया। उन्होंने विद्यार्थियों को भी यह प्रेरणा दी कि वे सदैव अपने माता-पिता का आदर करें, उनकी भावनाओं को समझें और उनके द्वारा किए गए त्याग को कभी न भूलें। उन्होंने समाज में माताओं के योगदान, परिवार के निर्माण में उनकी भूमिका और जीवन के हर पड़ाव में उनकी उपस्थिति की महत्ता को रेखांकित किया। साथ ही यह भी कहा कि विद्यालय सदैव बच्चों को नैतिक मूल्यों के साथ आगे बढ़ने की शिक्षा देता है, जिसमें माता-पिता का सम्मान सर्वोपरि है। कार्यक्रम में विविध सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दी गई । विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत बैले डांस ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
मुख्य अतिथि द्वारा दिए गए प्रेरणादायक भाषण ने मातृत्व की महानता और माँ की भूमिका को अत्यंत प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया गया। उन्होंने विद्यार्थियों की सराहना की, जिन्होंने नृत्य, गीत और अन्य प्रस्तुतियों के माध्यम से मातृ दिवस को यादगार बना दिया।
मातृ दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत मैशअप डांस विशेष आकर्षण का केंद्र रहा। इस प्रस्तुति में विभिन्न भावनात्मक और उल्लासपूर्ण गीतों का संगम था, जिसे देखकर दर्शक भावविभोर हो उठे। अंत में प्राइमरी विंग की पर्यवेक्षिका कुसुम बाला त्यागी ने अपने संक्षिप्त प्रभावशाली शब्दों में मंच पर उपस्थित मुख्य अतिथि, विद्यालय प्रबंधन, अध्यापकों और विशेष रूप से माताओं का आभार प्रकट किया, जिनकी उपस्थिति ने कार्यक्रम को विशेष गरिमा प्रदान की। साथ ही उन्होंने आयोजन से जुड़े सभी कर्मचारियों, तकनीकी टीम, साज-सज्जा दल और मंच संचालन में लगे लोगों का धन्यवाद किया। यह कार्यक्रम सभी उपस्थितजनों के लिए एक भावनात्मक और प्रेरणादायक अनुभव बनकर स्मृति में अंकित हो गया।
The inspirational speech given by the chief guest presented the greatness of motherhood and the role of a mother in a very impressive manner. He praised the students who made Mother’s Day memorable through dance, song and other presentations.The mashup dance presented by the students was the center of special attraction in the cultural program organized on the occasion of Mother’s Day. This presentation was a confluence of various emotional and cheerful songs, which left the audience emotional. In the end, the supervisor of the primary wing, Kusum Bala Tyagi, in her short and impressive words, thanked the chief guest, school management, teachers and especially the mothers present on the stage, whose presence gave special dignity to the program. She also thanked all the staff associated with the event, technical team, decoration team and people involved in stage management. This program became an emotional and inspirational experience for all the attendees and was etched in their memory.















